ये दुनिया प्यार से चलती रहे तो बेहतर है
ये जंग हमेशा ही टलती रहे तो बेहतर है
ये बात दिल में उतरती रहे तो बेहतर है
ये ज़िंदगानी सवरती रहे तो बेहतर है
हमारे बीच अभी भी है म'सा'इल कितने
अमन की बात भी चलती रहे तो बेहतर है
वहां तुम्हारे यहां भी तो अं'धेरा है
शमा भी इल्म की जलती रहें तो बेहतर है
अगर आ'ए हो जहां में तो ऐसा काम करो
दुआ भी दिल से निकलती रहे तो बेहतर है
तेरे भी घर में भी तो नंगे भूखे बच्चे है
ज़हन में बात ये पलती रहे तो बेहतर है
ये जंग हल नहीं है जंग तो एक मसला है
इसे भी दुनिया समझती रहे तो बेहतर है