यदि सब्र लिखा हो हमारी किस्मत में
तो हे कृपासिंधु !
हमारे सब्र की ताकत आप स्वयम् बन जाना
यदि गमों भरी राहें हो हमारी
तो हे दयानिधि !
हमारे सहने की क्षमता आप स्वयम् बन जाना
यदि चुप्पी तोड़ने का समय आ जाए हमारा
तो हे केशव! हे माधव! हे मधुसूदन!
हमें अर्जुन समझ हमारे रथ के सारथी आप स्वयम् बन जाना ..
वन्दना सूद