बीकानेर,5 जून 2025 —
डूंगर महाविद्यालय बीकानेर में छात्र हितों के लिए एक अनोखा उदाहरण तब सामने आया जब कॉलेज के ही लोकप्रिय छात्र नेता दर्शनपाल सारस्वत ने बिना किसी राजनीतिक दल या संगठन से जुड़े हुए, अकेले दम पर सैकड़ों विद्यार्थियों के साथ मिलकर कॉलेज प्रशासन के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य था — छात्रावास की बदहाल स्थिति, लाइब्रेरी समय सीमित होना और छात्रवृत्ति में हो रही देरी।
दर्शनपाल ने अपने शांत और संयमित नेतृत्व में छात्रों की आवाज को पूरे कॉलेज परिसर में गूंजने दिया। खास बात यह रही कि उन्होंने किसी नारेबाज़ी या उग्र भाषा का प्रयोग नहीं किया, बल्कि ज्ञापन, तर्क और संवाद की रणनीति अपनाकर प्रशासन को मजबूर कर दिया कि वे छात्रों की समस्याओं पर तुरंत कार्रवाई करें। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने प्रशासन को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा जिसमें मांग की गई कि लाइब्रेरी को शाम 7 बजे तक खोला जाए, छात्रवृत्ति प्रक्रिया को ऑनलाइन और पारदर्शी किया जाए तथा छात्रावास की मरम्मत को जल्द प्रारंभ किया जाए।
छात्रों का कहना है कि "दर्शनपाल भैया ने जो किया, वो किसी भी चुने हुए प्रतिनिधि से बढ़कर था।" उनका यह कदम छात्र राजनीति में एक नयी लहर ले आया है, जहां मुद्दे, जनहित और सेवा को प्राथमिकता मिल रही है। यह प्रदर्शन न केवल सफल रहा बल्कि छात्रों में आत्मबल भी जगाया कि बिना हिंसा और राजनीति के भी बदलाव संभव है।