वर्तमान तकनीकी दौर में मल्टीमीडिया का उपयोग बहुत ज्यादा बढ़ गया है। मल्टीमीडिया में फोटो,वीडियो, ऑडियो, टैक्स्ट मैसेजेस आदि शामिल है। इनका उपयोग सूचना प्रसारण के लिए किया जाता है।
मल्टीमीडिया दो प्रकार के होते हैं एक जिसमे हमें जो कुछ दिखाया जाता है उसमें हम शामिल नहीं होते हैं। जैसे टेलीविजन पर दिखाई जाने वाली सूचनाएं आदि।
दूसरी जिसमें जो कुछ हम देख रहे हैं उनमें हम शामिल होते हैं। जैसे मोबाइल में गेम वीडियो गेम खेलना, मन चाहे विडियोज देखना आदि।
मल्टीमीडिया के अनेक फायदे हैं। जैसे हमें सुविधा अनुसार सूचनाएं उपलब्ध हो जाती है। अगर कोई व्यक्ति देख नहीं सकता तो उनके लिए ऑडियो उपयोगी है, ऐसे ही अलग अलग तरह से यह सब हमारे लिए उपयोगी है। इन सब के माध्यम से हमें प्रत्येक जानकारी जल्द उपलब्ध हो जाती है।
मल्टीमीडिया के जिस प्रकार अनेक तरह के फायदे है उसी तरह अनेक नुकसान भी हैं? मल्टीमीडिया से हमारे समाज में एक वाहियात झूठ फैलाने का काम किया जा रहा है। क्योंकि आजकल अनेक तरह की गलत सूचनाएं हमारे तक पहुंचाई जा रही है जिन पर हम आंख बंद करके विश्वास भी कर रहे है। यह सूचनाएं हमारे समाज और संस्कृति के लिए नुकसानदायक साबित होती है। साथ ही यह सब हमारे समाज में सांप्रदायक सद्भावना को ठेस पहुंचाती हैं।
मल्टीमीडिया हमारे लिए जितना फायदेमंद है उतना ही नुकसानदायक भी है। इस लिए हमें मल्टीमीडिया का उपयोग करते वक्त ध्यान रखना चाहिए की कौनसी सूचनाएं हमारे किया उपयोगी है और कोनसी नहीं?

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



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