नदी के प्रवाह सी हो हमारी भक्ति,
जो सुख दुख की परवाह किए बिना,
समुद्र से मिलने की चाह में,
निरंतर बहती चली जाती है।
वन्दना सूद
ज्ञान वही उत्तम,
जो भक्ति की राह दिखाए।
भक्ति वही श्रेष्ठ,
जो जीवन को सहज बनाए।
वन्दना सूद
अपनी बाँसुरी की मधुर तान से हमें ऐसे मोह लेना,
कि भावनाओं के समुंदर में डूबता मन भी नाच उठे।
भक्ति की पावन धारा हमें अपने संग बहा ले जाए।
वन्दना सूद
सर्वाधिकार अधीन है