नारी का सम्मान ही, समाज की है शान,
उसके बिना अधूरी, हर एक पहचान।
ममता की मूरत, शक्ति की मिसाल,
उसके कदमों में ही, सजे हर हाल।
आदर दो उसे, न हो कोई भेदभाव,
नारी है तो ही, ये सजीव प्रभाव।
उठे हर स्वर, नारी के मान के लिए,
बने हर राह, उसकी उड़ान के लिए।