छल करना हो तो अपने मन से करना
जो तुमको तुम्हारे फर्ज से भटकाता है
कपट करना हो तो अपने अहम् से करना
जो तुमको अपने आप पर इतराना सिखाता है
धोखा करना हो तो अपने आप से करना
जो तुमको अपनी आज़ादी के बदले अपनों से ही छल करना सिखाता है ।
वन्दना सूद