तुम्हें नींद ना आये तो मुझे याद कर लेना,
अपनी तन्हाई से कुछ सवालात कर लेना।
अगर आये चांद तुम्हारी छत पर,
तो उसके जरिए मुझसे मुलाक़ात कर लेना।
आधी रात में भी किसी की याद सताये,
तो बात उससे रातोंरात कर लेना।
मेरी फितरत भी तो है यही,
मेरी उसी आदत को आत्मसात कर लेना।
थमने ना देना अपनी ज़िंदगी को,
हूं तुम्हारे पास ही कहीं
यही सोच नई ज़िंदगी की शुरुआत कर लेना।
तुम्हें नींद ना आये तो मुझे याद कर लेना.......
✍️ रीना कुमारी प्रजापत ✍️