हर ज़ुबाँ कुछ अलग सुनाती है
हर अश्रु कुछ अलग ब्याँ करते हैं
हर गम की कोई दास्ताँ है
हर कोई यहाँ एक राही है
हर राही की यहाँ एक राह है
हर सफ़र की कोई कहानी है
हर एक का जीवन तजुर्बों से जुड़ा है
हर एक तजुर्बा संघर्षों से लड़ा है
हर ज़िन्दगी की यही रीत है
हर रीत से प्रीत ही ज़िन्दगी की असल जीत है ..
वन्दना सूद