यह इश्क़ भी बड़ी अजीब सी चीज है यार,
यह इश्क़ जिससे हो जाए उसे गुलाम बना देती है यार,
और जिसको मैं ने खुदा से माना,
उसने यूँ ही देखते ही देखते मुझे भुला दिया यार,
जिसे पाने की मैं ने खुदा से इबादत की,
आज उसी ने मुझ से जुदा होने की चाहत कर दी
----धर्म नाथ चौबे 'मधुकर'