वो देखे तो मैं मुस्कुरा दूं,
वो देखे तो मैं हँसा दूं,
वो देखे तो मैं बता दूं,
वो देखे तो खुद को भुला दूं,
वो देखे तो उसे यादें बना दूं,
वो देखे तो उसे साया बना दूं,
वो देखे तो मैं आँसू और उसे पलकें बना दूं,
वो देखे तो तो बस खुद को दिखा दूं,
उसमें प्यार जगा दूं,
बस वो देखे।।
- ललित दाधीच