कापीराइट गीत
रक्षा बंधन आया है, हम ने राखी मंगवाई है
अपनी प्यारी बहना से हमने राखी बंधवाई है
राखी का है रंग गुलाबी धागे हैं इसके कच्चे
जितने वादे किए हैं हमने वो हैं सारे ही सच्चे
अपने घर आने में तूने क्यूं अब देर लगाई है
अपनी प्यारी बहना - ---------------
रंग-बिरंगी राखी मेरी सजी है प्यार के रंग से
बांधा है बहना ने आके अपने प्यार के रंग से
बंधवा कर राखी हमने आज ये खुशी मनाई है
अपनी प्यारी बहना -----------------
गुंथे हुए हैं राखी में मेरी बहना के ख्वाब कई
प्यार के कच्चे धागों में, छुपे हुए हैं राज कई
हमने अपने ख्वाबों की एक तस्वीर सजाई है
अपनी प्यारी बहना -----------------
बहना से बंधवाके राखी हम फूले नहीं समाए
न जाने इस राखी ने क्या-क्या ख्वाब दिखाए
अपनी प्यारी बहना की आस नया रंग लाई है
अपनी प्यारी बहना -----------------
दर्द मेरा बढ़ जाएगा जो आज नहीं आई बहना
मेरे दिल पे क्या गुजरेगी सोच जरा मेरी बहना
बिखर गए अरमान मेरे कैसी आज जुदाई है
अपनी प्यारी बहना -----------------
- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )
सर्वाधिकार अधीन है