गुरु कौन है?
सूरज ,चंदा और सितारे, जो मुझको सिखाता है ,
मेरे नज़रिये से वही मेरा गुरु कहलाता है |
अंधकार हो चाहे उजाला, जो भी राह दिखाता है,
मेरे नजरिये से वो ही अच्छा गुरु कहलाता है |
असली- नक्ली सच और झूठ में जो अंतर करना बताता है, वही तो हर मायने में, सच्चा गुरु कहलाता है |
हर गलती, हर बाधा, हर हार और हर कांटा ,जो जीवन जीना सिखाता है ,
वही गुरु कहलाता है |
चाहे हो गोद मां की या पिता की फटकार हो,
दोस्तों का साथ हो और अध्यापक का प्यार हो ,
सब तुमको कुछ सिखाते हैं और जीवन नैया पार लगाते हैं |
गुरु ही ब्रह्मा, गुरु ही विष्णु और गुरु महेश हैं ,
गुरु ही कर्ता, गुरु ही रचता ,अच्छा गुरु भाग्योदय का संदेश है|
शिल्पी चड्ढा