आओ हाथ मिलाएं
सूरज से आंख मिलाएं
चांद पर कब के चढ़ गए
अब सूरज पे चढ़ जाएं
विज्ञान की अद्भुत शक्ति से
ब्रह्मांड में दौड़ लगाएं
आओ हाथ मिलाएं..
ग्रह नक्षत्र तारें सारे
सबको पास बुलाएं
इस दुनियां से इतर
कोई और दुनिया हो तो
उसको भी ख़ोज
निकालें..
आओ हाथ मिलाएं...
विज्ञान का ज्ञान पसरा है
जग में...
दुनियां को इससे ढंक जाएं
आदमी भी तो एक खुद
मशीन है
ये बात पते की समझाएं
आओ तारों सा टिमटिमाएँ
आओ हाथ मिलाएं...
बोस रमन धवन शर्मा
सबकी उम्मीदों को और
बढ़ाएं
देश को आगे हीं आगे ले जाएं
मत भूलो कि विज्ञान की उन्नति
सबकी उन्नति
उन्नति में हीं सबकी उन्नति है
आना जाना मरना बिछड़ना
ये सब चलता रहता है
पर जो विज्ञान संग जी लिया
वह सदा अमर रहता है
वह सदा अमर रहता है...