तन्हाई छाया नहीं
एक आग है
वो आज मुझे समझ में आयी
ग़म साथी नहीं
एक मेहमान है
वो आज मुझे समझ में आयी
खामोशी एक शब्द नहीं
एक जिंदगी है
वो आज मुझे समझ में आयी
आँखें नयी नहीं
एक नये आँसू है
वो आज मुझे समझ में आयी
दिन नया नहीं
एक नया दिन है
वो आज मुझे समझ में आयी ॥