विश्वास की लौ
शिवानी जैन एडवोकेटByss
मन के मंदिर में ज्योति जलाए रखना,
विश्वास की लौ को कभी न बुझने देना।
पल भर की भी जो आए कमी इसमें,
बिखर जाएगा हर सपना, हर अपना।
यह ऐसा बंधन है जो दिखता नहीं,
मगर हर बंधन को जोड़े रखता सही।
संशय की आंधी में भी अडिग रहे,
तो जीवन की हर राह आसान लगे।

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




