Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

उसकी मनोव्यथा

उसकी मां उसे छोड़ गई,
वो इस दुनियां को अलविदा कह गई।
अपनी मां को बहुत याद करती है वो,
मां की जुदाई में अंदर ही अंदर घुट रही है वो।

अपनी मां के जाने के बाद,
शादी कर वो भी उस घर से विदा हो गई।
पर जब भी पीहर आती है
पगली हक़ीक़त भूल जाती है,
और बाहर से ही मां को पुकारती - पुकारती
घर में दाख़िल हो जाती है।

मां को आवाज़ देती और पूरे घर में ढूंढती है,
जब मां का कोई जवाब ना मिलता,
मां ढूंढने पर कहीं नहीं मिलती
तब उस बे - सुध को सुध आती है
कि मां तो अब है ही नहीं।

मां की जुदाई में उसकी जो मनोव्यथा है
उसे वो बयां कर सकती नहीं,
पर बिना कहे उसका हाल समझ लेती हूॅं।
मां के बिना रहती वो उदास - उदास,
मां के बिना अब नहीं रहा उसका कोई त्यौहार ख़ास।

💐 रीना कुमारी प्रजापत 🖋️




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

Lekhram Yadav said

सुप्रभात सहित नमस्कार मेरी प्यारी बहना, वास्तव में बचचों के लिए मां एक सम्पूर्ण दुनियां होती है, बहुत सुन्दर कविता पेश कीआपने।

रीना कुमारी प्रजापत replied

बहुत बहुत शुक्रिया आपका 🙏 इस कविता में अपनी उसी फ्रेंड का उसकी मां के बिना क्या हाल होगा ? क्या व्यथा होगी उसकी ? उसे बयां किया है.....

श्रेयसी said

Ye hakikat meri bhi hai Reena ji😭😭

रीना कुमारी प्रजापत replied

Ji har us ki haqiqat yahi hoti hai jiski maa nhi hoti hai😞😞

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Aapne behad achhe dhang se rachna ke madhyam se is paristhiti ko bayan kiya hai

रीना कुमारी प्रजापत replied

बहुत बहुत शुक्रिया आपका

कमलकांत घिरी said

👌🙏👏😔

रीना कुमारी प्रजापत replied

🙏🙏

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन