अगर तीर नैनों से चलते रहेंगे
तो घायल जवां दिल होते रहेंगे
मोहब्बत का दरिया बहता रहेगा
यौवन में डुबकी लगाते रहेंगे
खुले जिस्म का यूं प्रदर्शन जो होगा
बरातों में नंगा बदन ये जो होगा
धुन बैंड की गर थिरकते रहेंगे
तो बुड्ढे भी आंखे तपाते रहेंगे
कोई देगा धक्का करेगा कोई उंगली
विदेशों सी रंगत दिखाते रहेंगे
कहीं लाज लुटती रहेगी सड़क पर
उठल्लू विडियो बनाते रहेंगे
जब बीतेगी खुद पर बहाएंगे आंसू
और ज्ञान गंगा बहाते रहेंगे
औलाद अंग्रेजों ने जब से छोड़ी
ये औकात अपनी दिखाते रहेंगे ....
- Sudhir Awasthi Ji