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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

ठीक नहीं

किसी के राज़ खोलना, ठीक नहीं,
सच जाने बिना बोलना ठीक नहीं।

जो कह दो सामने तो सुधार करूँ,
यूँ पीठ के पीछे बोलना ठीक नहीं।

जो कुछ कहना मेरे सामने कहना,
मेरी बात उससे बोलना ठीक नहीं।

कब, क्या, कहाँ, और कैसे बोलना,
नहीं है सलीका, बोलना ठीक नहीं।

एक से दूसरे में जाते बिगड़ जाती,
दूसरों से यूँ बात बोलना ठीक नहीं।

करो मेरी निंदा सामने, तब ठीक है,
पीठ के पीछे झूठ बोलना ठीक नहीं।

क्षमता नहीं अपनी बुराई सुनने की,
तो किसी को बुरा बोलना ठीक नहीं।
🖊️सुभाष कुमार यादव




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (6)

+

रीना कुमारी प्रजापत said

Waah bahut khoob👌👌👍👍 kaabile taarif, heart touching

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद रीना जी।🙏🙏

आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

वाह! बहुत ख़ूब! सुंदर रचना! 👌👌👏👏

सुभाष कुमार यादव replied

शुक्रिया परवेज़ सर।🙏🙏

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

वाह, सुभाष जी,एक खूबसूरत संदेश देती आपकी ये रचना शिक्षाप्रद है। जीवन में जो बातें ठीक नहीं, उसे आपने ठीक ठीक समझा दिया, सहजता से।🌹🌹🙏

सुभाष कुमार यादव replied

समीक्षा के लिए धन्यवाद समदिल सर।🙏🙏

Lekhram Yadav said

बहुत सुन्दर उपदेश के साथ एक खूबसूरत रचना, सुप्रभात सहित सादर नमस्कार सुभाष जी।

सुभाष कुमार यादव replied

धन्यवाद सहित सादर नमस्कार यादव सर।🙏🙏

इक़बाल सिंह “राशा“ said

सुभाष जी
आपकी यह रचना जीवन के व्यवहारिक सत्य और नैतिकता का सुंदर संदेश देती है सीधी, सरल और मार्मिक भाषा में सत्य बोलने और पीठ पीछे निंदा से बचने की शिक्षा मन को छू जाती है।बहुत खूब सर जी

सुभाष कुमार यादव replied

प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक धन्यवाद राशा सर।🙏🙏

श्रेयसी said

यथार्थवादी रचना एकदम सटीक लिखा आपने बहुत सुंदर बहुत ख़ूब लाज़वाब 🙏🙏

सुभाष कुमार यादव replied

प्रतिक्रिया के लिए धन्यवाद श्रेयसी जी।🙏🙏

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