कविता : प्यार की बात....
मेरे लिए तुम जरूरी
तुम्हारे लिए मैं जरूरी
तुम्हारी और मेरी
फिर क्यों है दूरी ?
न करो निराश
आओ न पास
एक दूसरे के
हो जाएं खास
ढल न जाए दिन
हो न जाए रात
दो चार प्यार की
करें हम बात
प्यार ही तो है
जीवन का सार
अगर प्यार न हो तो
जीवन है बेकार
अगर प्यार न हो तो
जीवन है बेकार.......