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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

तेरी सुंदरता पर कोई कविता लिखते है-ताज मोहम्मद

कहीं नदी के किनारे चलकर बैठते है,,,
तेरी सुंदरता पर कोई कविता लिखते है!!!
ये सादगी भरी सुंदरता तुम्हारी,,,
काग़ज़ पर शब्दों में उतारते है!!!

मधुवन में पुष्पों को तुमसे ईर्ष्या होगी,,,
उनको लगता है वो सबसे सुंदर दिखते हैं!!!
देखकर तुमको सब मुरझा जायेंगे,,,
वो सब झूठें वहम में जीते है!!!

वफा की हर कसम लिखते हैं,,,
जज़्बातों का समंदर लिखते है!!!
प्रेम कितना है सब लिखते है,,,
तुम्हारे संग बीते हर पल लिखते है!!!

तुम्हारी जुल्फों को काली घटा लिखते है,,,
रूप से तुमको उर्वशी, रंभा लिखते है!!!
जो विश्वामित्र का ध्यान भंग कर दे,,,
वो सुंदरता की मेनका लिखते है!!!

शब्दो को पिरोकर कर तुम पर गीत लिखते है,,,
तुम्हारी सुंदरता का हर रूप लिखते है!!!
तुम हो मृग की तृष्णा जैसी,,,
तुमको देखकर प्रेमी की अधीरता को लिखते है!!!

स्वर्ग की सुंदरता लिखते है,,,
नारी रूप की हर महानता लिखते है!!!
तेरी कोमलता तेरा विकराल रूप लिखते है,,
तुमको ईश्वर की अतुलनीय कृति लिखते हैं!!!

ताज मोहम्मद
लखनऊ




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

Vineet Garg said

Bahut sundar likha ha aapne🤗

ताज मोहम्मद replied

बहुत बहुत धन्यवाद।

Ankush Gupta said

Kya khoob kha..

ताज मोहम्मद replied

बस आप लोगों की मेहरबानी है। शुक्रिया।

वेदव्यास मिश्र said

प्रेम सौन्दर्य को पूरी सम्पूर्णता के साथ प्रस्तुत किया है आपने हे कविवर ..मगर ऐसा क्यूँ लग रहा है कि अभी भी कुछ बचा है कलम में..आज नहीं बचाना था कुछ भी..उतार ही देना था कागज पर 👍👌 नमस्कार 💖💖

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