समझदार तो पता नहीं,
दिल का बिल्कुल सच्चा हूं।
बातें तो कर लेता हूं,
समझने में थोड़ा कच्चा हूं।।
जो भी तुम्हारे मन मैं है,
कह कर तुम बतला दो ना।
किस बात पर इतना गुस्सा हो,
मुझको भी समझा दो ना।।
गलती मेरी ही होगी,
ये मान के ही मैं बैठा हूं।
क्या गलती है मेरी,
ये भी मुझे बता दो ना।।
बात चीत कर लेने से,
सब मसले हल हो जाते हैं।
छोड़ो सब अब गुस्सा अपना,
आगे बात बढ़ा लो ना।।