पेशे ख़िदमत है हुज़ूर
लायी हूँ सुर ताल
वीरू के हाथ हैं बंधे हुए
और गब्बर करे क़माल
ताक धिन धिन धिन ताक,
ना नाचियो इन कुत्तों के सामने
ताक धिन धिन धिन ताक,
ताक धिन धिन धिन ताक,
वीरू रह रह रहा चिल्लाय,
ताक धिन धिन धिन ताक,
ताक धिन धिन धिन ताक,
गब्बर के हाथ बन्दूक है,
ताक धिन धिन धिन ताक,
धिन धिन तिना तिना धिन धिन,
बहुत रहा हर्षाय धिन तिना धिन
ताक धिन धिन धिन ताक,
गब्बर हो गंभीर फिर धिन तिना धिन
बार बार चेताय धिन तिना धिन
नाच बसंती नाच धिन तिना धिन
नाच बसंती नाच धिन तिना धिन
ताक धिन धिन धिन ताक
नाच बसंती नाच
ताक धिन धिन धिन ताक
नाच बसंती नाच
ताक धिन धिन धिन ताक
-फ़िज़ा ज़हान