अन्याय की जीत पर,
कभी खुश मत होना।
न्याय की हार पर,
कभी मुस्कुराना नहीं।
सच बोलना,
हमारी जिम्मेदारी है।
न्याय के लिए लड़ना,
हमारी कर्तव्य है।
आओ मिलकर,
एक स्वर से बोलें।
अन्याय के खिलाफ,
हम आवाज उठाएं।
न्याय की स्थापना के लिए,
हम संकल्प लें।
तब ही देश हमारा,
आगे बढ़ेगा।