जो सपने उसके साथ देखा था तुम
आज वो सपना सपना ही रह गया
जिसके साथ जीना चाहे थे तुम
आज वो सात बंधनों में बंद रह गया
जिसके साथ बोलने की तड़प रहे थे तुम
आज वो तड़प हमेशा के लिए समाप्त रह गया
जिस दिन के लिए इंतजार किया था तुम
आज वो दिन सिर्फ आँसू ही आँसू रह गया ॥