गुण- अवगुण को अनदेखा कर
शरण में थोड़ी जगह दीजिए
पाप-पुण्य के ज्ञान-अज्ञान से
मुक्त भरा जीवन प्रदान कीजिए
देर- अंधेर या दुःखद जीवन हो भले
भक्त को नजरअंदाज कभी न कीजिए
संबंध- बंधन की गरिमा अति उत्तम है
इसमें जान नौछावर करे हिम्मत दीजिए
चाहें- अनचाहे पर नज़र में आए
ऐसा हर दिन नज़राना दीजिए
शंभु बाबा चरण में शिश नमाएं...और
चरण की रज बने ऐसा जादू कीजिए
गुण- अवगुण को अनदेखा कर
शरण में थोड़ी जगह दीजिए .........