पल आ रहा है या जा रहा है
दिन पर दिन बीतते जा रहे हैं
हर साल नया साल मनाते हैं
साल बीत रहे हैं कहें
या बढ़ रहे हैं कहें..
उम्र बढ़ रही है कहें
या घट रही है कहें..
बढ़ती उम्र के साथ तजुर्बे बढ़ रहे हैं
या घटती उम्र के साथ यादाश्त घट रही है..
बढ़ रहे साल के साथ नया आग़ाज़ होने को है
या बीतते साल के साथ अन्त आने को है..
जीवन एक पहेली है
या असल में ज़िन्दगी के दौर हमें उलझाते हैं
या फिर हमारा नज़रिया हमें खेल खिलाता है.
वन्दना सूद