उनकी जुदाई की आग में पल-पल जल रहा हूं में
दिल पूछता हे मुझसे ये क्या कर रहा हूं में
महोब्बत करना चाहता हूं पर कोई देखता नहीं
दिल मुझसे कह रहा हे ना डर अभी रुका नहीं हूं में
नज़रे तरस जाती हे जब उनका दीदार होता हे
और इसी दिल की खातीर अबतक जीये जा रहा हूं में
अब तो दिन में भी बादल नजर आने लगे हे
वो कोई और हे जिन्हे देख मुस्करा रहा हूँ में
के बी सोपारीवाला