कापीराइट गीत
साथी कोई हो ऐसा हर दिल अजीज हो
हर घड़ी हर पल मेरे दिल के करीब हो
कर ले यकीन मेरा वो खुदा के नाम पर
चले साथ-साथ मेरे हर हंसी मुकाम पर
मेरी आरजू के भी वो सब से करीब हो
हर घड़ी हर पल ..................
खुशियों से रहे रौशन ये जिन्दगी के मेले
साहिल मेरा वो बनके लहरों के साथ खेले
हर रोज जिन्दगी में उसे खुशियां नसीब हों
हर घड़ी हर पल ....................
दुख की घड़ी जो आए छोड़े न साथ वो
मेरी हर खुशी में भी रहे मेरे साथ वो
मेरी जान जाए तो भी वो मेरे करीब हो
हर घड़ी हर पल ....................
- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )
सर्वाधिकार अधीन है