कहाँ गया वो न्याय,
कहाँ गई वो बात?
समाज में अन्याय,
फैला हुआ है चारों ओर।
कमजोरों का शोषण,
ताकतवरों का अत्याचार।
कहाँ है वो इंसानियत,
कहाँ है वो प्यार?
धरती माँ रोती है,
देखकर ये दर्द।
आकाश भी विलाप करता,
इस अन्याय का नरद।
कानून के नाम पर,
होता है अत्याचार।
कहाँ गया वो न्याय,
कहाँ है वो इंसाफ का दरबार?