बाल कविता : रेल गाड़ी....
रेल गाड़ी छुक छुक
छुक करती है
रेल की पटरी
पर चलती है
प्लेट फार्म पर
आती है
बहुत लोगों को
ले जाती है
हर किसी को
गंतव्य पर पहुंचाती है
बहुत दुर दूर
वो चक्कर लगाती है
रेल गाड़ी इसका
ये नाम है
आना और जाना यही
इसका काम है
आना और जाना यही
इसका काम है.......