सबसे अधूरी क्या है?
अधूरी किताब, टूटे स्वप्न, या कोई अपूर्ण प्रेम,
नहीं!
सबसे अधूरी होती है वो लड़की,
जो अपनी अधूरी हसरतों में घुलकर,
घर की चौखट पर संपूर्ण मानी जाती है।
जिसकी पहचान एक उपनाम से जुड़कर
खुद की पहचान तक खो देती है।
सबसे निर्मम क्या है?
युद्ध के क़ानून, कठोर सजा, या बेदर्द समय,
नहीं!
सबसे निर्मम होती है वो व्यवस्था,
जो लड़की के जन्म पर
माँ की आँखों में आँसू भर देती है,
और बेटे के जन्म पर
खुशियों के दीप जलाती है।
सबसे ऊँची आवाज़ किसकी है?
गर्जन करते बादल, चीखते नारों की भीड़,
या नेताओं के वादे,
नहीं!
सबसे ऊँची आवाज़ होती है
उस स्त्री की खामोशी,
जिसने हर अन्याय सहकर भी
बगावत का बिगुल नहीं फूँका,
क्योंकि उसे सिखाया गया था
कि झुकना ही मर्यादा है।
सबसे कठोर क्या है?
पहाड़ों की चट्टानें, जलते सूरज की तपिश,
या जेल की सलाखें,
नहीं!
सबसे कठोर होती है वो दुनिया,
जो लड़कियों को सहनशीलता का पाठ पढ़ाती है,
मगर उनके दर्द को अनदेखा कर देती है,
जो उन्हें देवी मानती है,
मगर इंसान समझने से इंकार कर देती है।
सबसे लंबी यात्रा कौन सी है?
समुद्र पार का सफर, पर्वतों की चढ़ाई,
या किसी रेगिस्तान की यात्रा,
नहीं!
सबसे लंबी यात्रा होती है
एक लड़की की ज़िंदगी,
जो जन्म से मृत्यु तक,
सिर्फ संघर्ष का ही रास्ता तय करती है,
कभी बहन, कभी बेटी, कभी पत्नी बनकर,
हर रिश्ते में खुद को गला देती है,
पर खुद के लिए कभी नहीं जीती।
सबसे मुश्किल क्या है?
किसी युद्ध को जीतना,
किसी कठिन परीक्षा को पास करना,
या किसी ऊँचाई तक पहुँचना,
नहीं!
सबसे मुश्किल होता है
एक स्त्री का अपने लिए जी पाना,
अपने मन की करना,
अपनी उड़ान भरना,
और बिना किसी बाधा के
खुद के लिए साँस ले पाना।