जादू के जैसा असर आँखो में तैरते देखा।
प्यार था कि नही मन दिल से पूछते देखा।।
खिली खिली सी तबियत को एक किरदार।
मुद्दतो बाद मनमीत का पता पूछते देखा।।
कैसी हालत हो गई जब से रवानी आई।
मोहब्बत को हरेक कोने में टटोलते देखा।।
बात फिर से शुरू कैसे की जाए 'उपदेश'।
नई नई तज्बीजो को अन्दर उछलते देखा।।