तुमने जैसा चाहा
मैं वैसी होती गई,
अब तुम मेरे लिए खुद को
बदल कर देख लो ।
जिस भाव से मैंने तुम्हें
देखा हर दिन हर पल,
उस भाव से तुम भी मुझे
नज़र भर देख लो।
तुमसे मिलने के बाद कोई
क्यूं भाया ना मुझे,
उस प्रेम की गहराई में
उतर कर देख लो।
हर रंग में जीवन क्यूं
हमें संग भली लगती है,
अपने दिल से पूछो और
समझ कर देख लो।