मातृभूमि है प्राणों से प्यारी
इसका सम्मान सम्मान सदा करेंगे सदा करे
इसकी रक्षा करना हमारा काम
नहीं डरेंगे नहीं डरेंगे
डटकर हम हम मुकाबला करेंगे
दुश्मन अगर देश की ओर
गलत निगाहों से देखता है
तो हम भारतवासी उसे
उसका सबक सबक सिखाएंगे
मातृभूमि के ऑनबान शान
के लिए हम प्रतिपण रहेंगे
मातृभूमि ने हमें जीवन दिया हमारा पालन पोषण किया
प्रकृति ने हमें सजाया सवारा
हम भी कुछ देना सीखें
मातृभूमि के लिए हम हम
जहाँ है वहाँ से सम्मान कर सकतें हैं
मेरी हर सांस का कतरा कतरा मेरी हर सांसका बिन्दू बिन्दू
मातृभूमि के लिए समर्पित है
खून का कतरा कतरा
मातृभूमि के लिए समर्पित है
उत्साह जजवा मातृभूमि के लिए
समर्पित है
जय हिंद जय भारत
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श्रीमती मालती जैन
बड़ा मलहरा जिला छतरपुर
मध्य प्रदेश पिन कोड 471311
स्वरचित कविता
(31. 5. 2025)