चाय गेरेमे..चाय गेरेमे,
चाय - चाय - चाय !!
चाय बोलो..चाय बोलो,
चाय - चाय - चाय !!
जब भी ट्रेन में बैठते यारो,
थोड़ी उब लगे जब यारो !!
इक आवाज है प्यारी लगती !!
चाय --
चाय गेरेमे चाय गेरेमे,
अदरक वाली चाय !!
लौंग वाली चाय !!
पसंद न आये तो,
पैसा न देना !!
पीके लेकिन,
पैसा न माँगना !!
पीके दोबारा फिर मांगेंगे,
कड़क ये मेरी चाय !!
अमृत तुल्य ये चाय !!
वेदव्यास मिश्र की कड़क 💝चाय😍
सर्वाधिकार अधीन है