ऑल ह्यूमन सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि
भारत स्काउट और गाइड के सहायक प्रदेशिक संगठन आयुक्त श्री प्रदीप कुमार गुप्ता को इतना प्रताड़ित किया गया कि उन्होंने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
शिक्षक विधायक डॉ बाबूलाल तिवारी जी का साफ साफ कहना है की प्रदीप जी की फांसी लगाने का कारण प्रादेशिक मुख्य आयुक्त का धमकी देना है। आप यदि रिजाइन नहीं देते हो तो आपको टर्मिनेट कर दिया जाएगा इसी दबाव को झेल न पाए और आत्महत्या कर ली ।
अश्वनी कुमार एडवोकेट ने कहा कि
यह बडी बात शिक्षक विधायक जी का कहना गम्भीर आरोप है इसपर तत्काल कार्रवाई होना चाहिए और जिसके ऊपर संदेह है उसे तत्काल प्रभाव से गिरफ्तार करना चाहिए। राज्य हमारे संप्रभु और शरीर की रक्षा करती है और यदि हमारे शरीर पर या हमारे संप्रभु पर कोई भी प्रहार होता है तो उसकी संपूर्ण दायित्व राज्य का होता है तो इस प्रकार राज्य की तरफ से सर्वप्रथम FIR दर्ज की जानी चाहिए थी फिर भी अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं हो सका है यह लापरवाही को साफ दर्शाता है।मैं झांसी पुलिस की इस लापरवाही की घोर निंदा करता हूं।
डॉक्टर कंचन जैन ,रविंद्र कुमार शर्मा ,
डॉ एच सी विपिन कुमार जैन ,
एडवोकेट इफ्राहिम हुसैन , एडवोकेट शिवानी जैन ,डॉ एच सी अंजू लता जैन ,
आलोक मित्तल एडवोकेट ,
डॉ एच सी राजेंद्र कुमार जैन सदस्य नेशनल मीडिया प्रेस क्लब ,
अश्वनी कुमार एडवोकेट ,याकूब अहमद मसूरी एडवोकेट आदि ने कहा कि
श्री प्रदीप गुप्ता कुछ समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि 3 वर्ष में उनके छह बार स्थानांतरण कर दिया गया। जिससे वह बहुत दुखी थे। 20-30 साल पुराना बकाया दिखाकर वसूल भी किया गया। उन्हें धमकी भी दी गई कि रिजाइन दे दे अन्यथा आपको टर्मिनेट कर दिया जाएगा।
रविंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि वह जिला संगठन आयुक्त स्काउट स्थाई पद पर नियुक्त जिला हाथरस में था। एक षड्यंत्र रचकर मुझे हटाकर एक सरकारी अध्यापक को नियुक्त कर दिया गया। वर्षों से मुझे अत्यधिक परेशान किया जा रहा है। मुझ पर पुराना बकाया भी 85000 रुपए बताया जा रहा है। वह इतना बीमार पड़ गई की मेडिकल में भर्ती किए गए।
भारत स्काउट और गाइड जिला अलीगढ़ की गाइड कैप्टन डॉ कंचन जैन ने कहा कि भारत स्काउट और गाइड जिला अलीगढ़ में फर्जी नियुक्ति प्रकरण में संलिप्त तीनों सरकारी प्रधानाचार्य श्री अंबुज जैन, डॉक्टर इंदू सिंह, श्री डालेश कांकरान जी है। नवीनीकरण शुल्क जमा होने के बावजूद पक्की रसीदें नहीं दी जा रही है। धमकी देते हैं। अभद्र भाषा का प्रयोग भी करते हैं। माननीय विधायक द्वारा संयुक्त शिक्षा निदेशक को पत्र भी लिखा गया।
मगर कोई भी समाधान नहीं किया गया।
बल्कि मुझे ही बार-बार बुलाया जाता है। 11:00 बजे बुलाकर 3:30 तक इंतजार करने को कहा गया।मगर उसके बाद भी
कोई भी जांच की छाया प्रति उपलब्ध नहीं कराई गई।
सहायक प्रादेशिक संगठन आयुक्त कविता पांडे जी द्वारा संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय से सरकारी दस्तावेज एवं जांच पत्र सैकड़ो की संख्या में गायब कर दिए गए। और उन पर कोई भी विभागीय एवं विधिक कार्रवाई नहीं की जाती है।
जिला विद्यालय निरीक्षक अलीगढ़ कार्यालय में दो बाबूओं द्वारा बताया गया है कि भारत स्काउट और गाइड के सभी जांच पत्र श्री अंबुज जैन जबरन बगैर रजिस्टर
में अंकित किये ले जातेहैं।
डॉ कंचन जैन ने बताया कि शिकायतकर्ता को प्रतिबंधित कर दिया गया। निष्पक्ष जांच कैसे हो।
किसी के साथ कोई होनी अनहोनी घटना घटित होती है तो जिम्मेदार कौन होगा।

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



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