पंछी अपनी उड़ान भरने चला
पंछी अपनी नई उड़ान भरने चला
अपने जीवन को नई मंज़िल देने चला
किताब का नया पन्ना लिखने चला
भीड़ में अपने आप को ढूँढने चला
पंछी अपनी नई उड़ान भरने चला ..
नहीं रोकना उसके उठते कदमों को
नहीं आंकना उसकी बढ़ती धारा को
नहीं बाँधना उसके विचारों को
अपनी अलग पहचान बनाने चला
पंछी अपनी नई उड़ान भरने चला ..
----वन्दना सूद
सर्वाधिकार अधीन है

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




