ओपेनहाइमर का नाम, जो दुनिया ने सुना,
भारत के साथ था नाता अनन्य।
ओपेनहाइमर ने दिया भाभा को सम्मान,
भाभा ने जोड़ा भारत का विज्ञान।
भारत की धरती से उठी पुकार,
नेहरू ने किया ओपेनहाइमर को याद ।
शोध संस्थानों के द्वार थे खुले,
पर अमेरिकी शासन के बंधन थे तुले।
फिर भी ओपेनहाइमर ने किया प्रयास,
भारतीय वैज्ञानिकों को दिया प्रकाश।
संवाद का पुल, बना ज्ञान का बंधन,
भौतिकी में रचा, सहयोग का अनुबंधन।
भाभा, सत्येंद्र और कोठारी ने भी किया प्रणाम,
ओपेनहाइमर के ज्ञान से रचा नया आयाम।
भारतीय विज्ञान का स्वप्न हुआ साकार,
ओपेनहाइमर के प्रति, दिलों में प्यार अपार।
प्रतीक झा
शोध छात्र
इलाहाबाद विश्वविद्यालय
प्रयागराज, उत्तर प्रदेश
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