डूबता हुआ सूरज अवनति में उन्नति करने की सोच रहा है,
कोशिश बड़ी अच्छी है,
अंत से आदि की तरफ बढ़ रहा है,
चिंता ना करें, अभी तो पहला प्रयास है।
रुकावट अभी तो आती नहीं है,
उमंग उल्लास भी अभी पहले प्रयास में हैं,
सचेत रहो आगे आलसी बैठा है,
सक्षम से अक्षम बना देगा,
कोई डोर थाम लो फिर देखो,
अल्पज्ञ से बहुज्ञ,
अल्पायु से दीर्घायु,
आलसी से कर्मठ,
परजीवी से आत्मनिर्भर,
इहलोक से परलोक,
कोप से कृपा,
कुमार्ग से सुमार्ग,
कृत्रिम से प्रकृत,
लाघव से गौरव,
चपल से गंभीर,
जड़ से चेतन,
इतने गुणों या इनसे ज्यादा गुणी इसके स्वभाव होंगे,
बस पहला प्रयास संभाल लो,
जीवन भी पहला प्रयास है,
मरण तक आते-आते मृत्यु भी घबराएगी,
बस पहला प्रयास।।