धक-2 दहक रही है दुनियां-सारी ,
पड़ रहे एक - दूसरे पर सारे भारी,
विश्व के अधिकांशतः राज्य - देश,
कर रहे है नित नए -2 प्रयोग पेश ,
विस्फोट लूट-घसूट साम्राज्यवाद ,
स्वार्थी-मंशाएं गरजती जिन्दाबाद,
वैश्विक संसाधनों को हथियाना ,
मासूम नागरिकों को तड़फाना,
यूक्रेन गाजा लाल-सागर संघर्ष ,
भारत चीन पाक सीमा - कर्कश,
दो विश्वयुद्ध नरसंहार भूला इंसान,
प्राकृतिक आपदाओ का नही ध्यान ,
करोना "लॉकडॉन" खौफ रख याद ,
"घर में कैद" न हो जाएं कर फरियाद,
सभी मनुष्य भाई २ खून एक समान ,
तिनका-२ खून का इस धरा की शान ,
देश राज्य धर्म संप्रदाय गरीब अमीर ,
रेखाएं काल्पनिक हैं मत खो जमीर ,
कहीं घंस न जाए धरती पाताल में,
इंशा गायब डायनासोर के कंकाल में ,
करोड़ों साल लगेंगे धरा को संजोने में,
अभी वक्त है "नेकी के बीज" बोने में !
✒️ राजेश कुमार कौशल