नए साल का आगमन,
नई उम्मीदों का संचार।
बीते हुए साल की यादें,
दिल में बसी रहती हैं।
कितनी बातें अधूरी रह गईं,
कितने सपने अभी तक पूरे नहीं हुए।
नए साल में नई शुरुआत, नई उड़ान,
बीते हुए साल के सब गम भुलाकर।
नए साल में नई उम्मीद,
नया जज़्बा, नए साल में नई पहचान।
कितने दोस्त बने,
कितने रिश्ते टूटे।
ज़िंदगी का सफर,
यूँ ही चलता रहा।
कितने पल हँसे,
कितने पल रोए।
ज़िंदगी का नाटक,
यूँ ही चलता रहा।
नए साल में नई खुशियाँ,
नई मुस्कान।
बीते हुए साल के,
सब गम भुलाकर।
नए साल में नई उम्मीद,
नया जज़्बा, नए साल में नई पहचान।