New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

फालतू न समझ - सुप्रिया साहू

“मेरे दिए हुए वक्त को तू फालतू न समझ
कही ये वक्त तुझे भीख में मांगना न पड़ जाए...।।"

– सुप्रिया साहू
24/04/2025




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (7)

+

श्रेयसी said

बहुत ख़ूब 🙏🙏

Supriya sahu replied

शुक्रिया मैम 😊🥰, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

कमलकांत घिरी said

बेहतरीन👏🙏

Supriya sahu replied

धन्यवाद कमल सर जी 😊🥰, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Laazwaab..bahut sundar..👏👏👌👌🙏🙏

Supriya sahu replied

शुक्रिया महोदय जी 😊🥰, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

सुभाष कुमार यादव said

👌👌👌

Supriya sahu replied

शुक्रिया सर😊🥰, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

Updesh Kumar Shakyawar said

लाज़वाब रचना सुप्रिया जी सादर प्रणाम 🙏🙏

Supriya sahu replied

बहुत बहुत शुक्रिया सर जी 😊🥰, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

रीना कुमारी प्रजापत said

Heart touching.... Yahi karte hai log... Hum unki izzat karte hai isliye waqt dete hai or wo faltu samjh lete hai

Supriya sahu replied

धन्यवाद मैम 😊🥰, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

Shiv Charan Dass said

अरे वाह नावक के तीर हैं

Supriya sahu replied

बहुत बहुत धन्यवाद सर जी 😊🥰, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन