सत्यमेव जयते की पताका उठाए,
बेफिक्र छोड़ चले राज-बंगले- चबारे,
दुनियां की तनिक परवाह नहीं करते,
पथरीली पगडंडियों पर चलने वाले,
सफलता सदा कदम चूमती है उनके,
जिन्होंने इंसानियत के पांव संवारे !
✒️✒️✒️✒️ राजेश कुमार कौशल
New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|
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दुनियां की तनिक परवाह नहीं करते,
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सफलता सदा कदम चूमती है उनके,
जिन्होंने इंसानियत के पांव संवारे !
✒️✒️✒️✒️ राजेश कुमार कौशल