कुछ लोग मिल जायेगे नफरते बोने वाले।
प्यार के छिड़काव से बीज नही उगने वाले।।
नकाब का रंग बता रहा उनके हाल-चाल।
भीड़ में कुछ एक दिखे आग लगाने वाले।।
मोहब्बत की रिमझिम बारिश कमाल की।
तर-बतर हो गए घर अब नही जलने वाले।।
कई एक चेहरे कैद हुए कैमरो के जाल में।
अब बच नही पायेगे नकाब लगाने वाले।।
अश्क बहाने के दिन जाने वाले लगने लगे।
वाकिफ 'उपदेश' दिन आयेगे मुस्काने वाले।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद