कविता : कल किसने देखा है....?
हे मेरे दोस्तों मस्त
खाओ और पियो
जब तक हो यहां
मुस्कुरा कर जियो
ऊपर वाले ने क्या
लिखा क्या नहीं लिखा है
आज और अभी को
देखो कल किसने देखा है ?
दिन ढलता है तो फिर
जा कर रात आता है
आज सो कर कल उठेंगे या
नहीं ये थोड़ी हमें पता है ?
आज सो कर कल उठेंगे या
नहीं ये थोड़ी हमें पता है .......