नारी शिक्षा बहुत जरूरी।
तब होगा कल्याण सर्व का।
तभी विषय यह सहज गर्व क।
बिन इसके है क्रिया अधूरी।
जब भी नारी होगी शिक्षित।
बिगड़ा हुआ काम बन जाये।
सारी दुनिया खुशी मनाये।
तब हर नारी होगी पूजित।
नारी शिक्षा की अधिकारी।
इसको अब पहचान चाहिए।
नारी को सम्मान चाहिए।
सकल सृष्टि में यह अति प्यारी।
नारी को विकसित करना है।
समकक्षी इसको बनना है।।
डॉ रामबली मिश्र