बेसबब अब मुस्कराते हुए लोग
धीरे धीरे चूना लगाते हुए लोग।
कोई पीकर तो कोई बिन पिए
हर वक्त ये लड़खड़ाते हुए लोग।
कोई ओहदे तो कोई दौलत की
हनक अपनी दिखाते हुए लोग।
जो कह दिया है पत्थर की लकीर
हर किसी को झुठलाते हुए लोग I
दास किसी का भी लिहाज नही
सभी की खिल्ली उड़ाते हुए लोग.I