जो छोड़ गया उसके बारे में सोंचना क्या।
खीसियाई बिल्ली बन खंभा नोचना क्या।
जो चला गया उसकी चिंता क्यूं
जो साथ है उसकी फिकर कर।
ऐसे लोग राहों में मिलते रहेंगे जो
मोहब्ब्त कम तिज़ारत करतें रहेंगे।
दिल में जगा कर प्यार की आस
फिर तन्हा अकेला छोड़ जातें रहेगें।
तुम जलते रहोगे लोग जलाते रहेगें।
अब तू जलना छोड़ दे।
किसी की यादों में गलना छोड़ दे।
मत बता की तुझे किसी की ज़रूरत है।
तू वक्त का मारा बेवफ़ा बेमुरौवत है।
तुझमें भी सब सहमे की कुवत है।
तुझे भी जीना आता है।
सिर्फ प्यार में हीं नहीं
एकांकीपन में भी जीया जाता है।
प्यार जिस्मों से नहीं दिल से किया जाता है।
कोई साथ भी ना दे तो गम कैसा
मोहब्बत तो अपने आप से भी किया जाता है।
मोहब्बत तो अपने आप से भी किया जाता है...

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




