मिसाल कायम कर गफलतो में रखा ही क्या।
अंधेरे से बाहर निकल मौज में रखा ही क्या।।
समाज का कुछ कर्ज अब भी बाकी 'उपदेश'।
चादर को देख ले पैर फैलाने में रखा ही क्या।।
उम्र पीछा कर रही जवानी की आँख मिचौंली।
जिन्दगी खूबसूरत बहुत मरने में रखा ही क्या।।